थासू बांधी प्रीत की डोरी नाकोड़ा भेरूजी भजन

थासु बांधी प्रीत ओ बाबा,
अब यूँ ना बिसराओ जी,
एक अरज है थासु बाबा,
हिवड़े से लगाओ जी,
नाकोड़ा रा भेरूजी,
थे पलका में बस जाओ जी,
दर्श बिना अब चेन न आवे,
अब तो दर्श दिखावो जी,
अब तो दर्श दिखावो जी।
थासू बांधी प्रीत की डोरी,
ज्यू चंदा के संग चकोरी राज,
दिलड़ा में थाने बसाऊगी हो,
भेरूजी भक्ति में थारी रम जाऊँगी।।

तर्ज – थाने काजलियो बनालू।



प्यारी प्यारी सूरत थारी,

नैना माही डोले जी,
मन रो मोरिया हिवड़ा माही,
पल पल यु बोले जी,
ओलुड़ी आवे घणी म्हाने,
बेगा सा पधारो जी,
था बिण म्हारो कोई नही,
म्हाने एक आसरो थारो जी,
एक आसरो थारो जी।
आँगण चंदन चौक पुराऊँ,
मैं तो कुम कुम कलश सजाऊँ,
राज पलका ने राहों में बिछाऊंगी हो,
भेरुजी थारी सेवा में लग जाऊँगी।।



मन री बाता थे सब जाणों,

थाने के बतावाँ जी,
म्हारे दिल री थे ना सुनो तो,
और किने में सुनावाँ जी,
एक बार म्हाने दर्शन देवो,
नीता सु नेह लगावो जी,
भक्तो ने थे देव भेरूजी,
चरणों माही बिठावो जी,
सगळा कष्ट मिटावो जी।
‘दिलबर’ निरख निरख हरखावां,
थाने हिवड़ा माही बिठावां राज,
चरणों मे उमर बिताऊगी हो,
भेरूजी थासू दूर कदी न जाऊँगी।।



थासू बांधी प्रीत की डोरी,

ज्यू चंदा के संग चकोरी राज,
दिलड़ा में थाने बसाऊगी हो,
भेरूजी भक्ति में थारी रम जाऊँगी।।

गायिका – नीता जी नायक।
रचनाकार – दिलीप सिंह सिसोदिया ‘दिलबर’।
नागदा जक्शन म.प्र. 9907023365


Previous articleतू ठाढा तेरी शक्ति ठाढी भैरव जी बलकारी
Next articleमिग्सर की पाँचम है आई लाई ख़ुशियाँ अपार
Shekhar Mourya
Bhajan Lover / Singer / Writer / Web Designer & Blogger.

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here