थारे दरबार में भैरू जी,
सगला झुक जावे,
थारी ही किरपा सु बाबा,
सगला सुख पावे,
भैरू जी मतवाला,
इनको भजले तू,
भैरू जी कोडाना है,
इनको भजले तू,
लाल ध्वजा थारी श्री भैरू,
पूजे है नर नारी।।
रुद्र अवतार हो थे भैरू बाबा,
कोडाना नाथ हो थे भैरू बाबा,
विनती थे सुनलो म्हारी,
संतन प्रतिपाला,
कष्ट मिटाओ सब रा,
भैरू मतवाला,
लाडू पेड़ा और इमरती,
थारे भोग लगाऊं,
थोरी ही किरपा सु बाबा,
थोरा भजन सुनाऊं,
लाल ध्वजा थारी श्री भैरव,
पूजे है नर नारी।।
काशी कोतवाल हो थे भैरू बाबा,
सीयोना नाथ हो थे भैरू बाबा,
अर्जी है थोसू म्हारी,
संतन प्रतिपाला,
दुखडो मिटाओ सब रो,
भैरू मतवाला,
रुद्र बटुक भक्तो रा संगी,
प्रेतनाथ भूतेश भुजंगी,
भैरव भीषण भीम कपाली,
क्रोधवंत लोचन में लाली,
लाल ध्वजा थारी श्री भैरव,
पूजे है नर नारी।।
थारे दरबार में भैरू जी,
सगला झुक जावे,
थारी ही किरपा सु बाबा,
सगला सुख पावे,
भैरू जी मतवाला,
इनको भजले तू,
भैरू जी कोडाना है,
इनको भजले तू,
लाल ध्वजा थारी श्री भैरू,
पूजे है नर नारी।।
गायक / लेखक – रामदेव आचार्य।
7023305555
https://youtu.be/0311_5VkUgs