कान्हा तेरी कबसे बाट निहारूं लिरिक्स

कान्हा तेरी कबसे,
बाट निहारूं,
बाट निहारू तुझे,
पल पल पुकारूँ।।

तर्ज – नींद चुराके मुझे।



बांध ली कान्हा तोसे,

प्रीत की डोरी,
सुलझे ना मोसे अब,
उलझन मोरी,
हरदम याद सताती है,
अखियां जल बरसाती है,
कान्हा तेरी कब से,
बाट निहारूं,
बाट निहारू तुझे,
पल पल पुकारूँ।।



होके तेरी सुख,

चैन गवाया,
इसके सिवा मैंने,
कुछ नहीं पाया,
मोहे बस तू मिल जाए रे,
चाहे सब कुछ छीन जाए रे,
कान्हा तेरी कब से,
बाट निहारूं,
बाट निहारू तुझे,
पल पल पुकारूँ।।



दिल में बिठाना चाहे,

चरणी लगाना,
अपने करीब पर,
दे दो ठिकाना,
ना तोसे दूर है जाना रे,
समझ ले इतना कान्हा रे,
कान्हा तेरी कब से,
बाट निहारूं,
बाट निहारू तुझे,
पल पल पुकारूँ।।



कान्हा तेरी कबसे,

बाट निहारूं,
बाट निहारू तुझे,
पल पल पुकारूँ।।

Singer – Devi Neha Saraswat


Previous articleमेरो श्याम सुन्दर मनमोहना
Next articleमनै तो बालाजी के साथ म्ह आवै सै मजा हर बात म्ह
Shekhar Mourya
Bhajan Lover / Singer / Writer / Web Designer & Blogger.

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here