हाथ में त्रिशूल और,
शेर की सवारी,
दुखियों के दुःख पाप,
को हरने वाली,
दर्शन दिखा दो मुझे,
माँ शेरोवाली।।
करुणामयी और,
ममतामयी हो,
करती दया है तू,
दयामयी हो,
चण्डी का रूप,
धारण करने वाली,
दरशन दिखा दो मुझे,
माँ शेरोवाली।।
मझधार में फंस गई,
मेरी नैया,
निकलती नही,
निकालो मेरी मैया,
बनाती है बिगड़ी,
तू माँ भद्रकाली,
दरशन दिखा दो मुझे,
माँ शेरोवाली।।
नही कोई शोहरत,
न शख्सियत है मेरी,
चमका दे जिंदगी,
खूब हैसियत है तेरी,
लाखों करोड़ों भक्तों के,
जीवन बदलने वाली,
दरशन दिखा दो मुझे,
माँ शेरोवाली।।
हाथ में त्रिशूल और,
शेर की सवारी,
दुखियों के दुःख पाप,
को हरने वाली,
दर्शन दिखा दो मुझे,
माँ शेरोवाली।।
गायक – महेश कुमार मोनू।
मो. +91-9264206929