सुनलो विनती दयानिधान भजन लिरिक्स

एक बार तो घर में पधारो,
एक बार तो घर में पधारो,
हे गजानन भगवान,
सुनलो विनती दयानिधान,
सुनलों विनती दयानिधान।bd।

तर्ज – कन्हैया ले चल परली पार।



घट घट वासी अंतर्यामी,

तीनों लोक के तुम हो स्वामी,
रिद्धि सिद्धि के तुम हो दाता,
सारे जग के भाग्य विधाता,
आओ विराजो बिच सभा में,
आओ विराजो बिच सभा में,
रखना हमारा मान,
सुनलों विनती दयानिधान,
सुनलों विनती दयानिधान।bd।



माथे मुकुट चमक रहा है,

कानो में हिरा दमक रहा है,
भक्तो का दिल धड़क रहा है,
मिलने को तुमसे तड़प रहा है,
देर करो ना जल्दी आओ,
देर करो ना जल्दी आओ,
शिव गौरा के लाल,
सुनलों विनती दयानिधान,
सुनलों विनती दयानिधान।bd।



बैठे है हम भजन सुनाने,

हे गजानन तुमको रिझाने,
अटकी नैया लगा दो किनारे,
तुम हमारे हम है तुम्हारे,
हाथ जोड़ के ‘अर्चू’ खड़ी है,
हाथ जोड़ के ‘अर्चू’ खड़ी है,
रखना हमारी लाज,
Bhajan Diary Lyrics,
सुनलों विनती दयानिधान,
सुनलों विनती दयानिधान।bd।



एक बार तो घर में पधारो,

एक बार तो घर में पधारो,
हे गजानन भगवान,
सुनलो विनती दयानिधान,
सुनलों विनती दयानिधान।bd।

Singer – Upasana Mehta


Previous articleओ सांवरिया सरकार तुम्हारी याद सताए लिरिक्स
Next articleसम्भालो मुझे सांवरिया उबारो मुझे सांवरिया
Shekhar Mourya
Bhajan Lover / Singer / Writer / Web Designer & Blogger.

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here