बाबोसा री भक्ति में होकर के बावरा

बाबोसा री भक्ति में,
होकर के बाबरा,
अ र र र नाचे हो,
बाईसा थारा टाबरां,
नाच रहिया दे दे ताल,
गुण गावे आपरा,
अ र र र नाचे हो,
बाईसा थारा टाबरां।।

तर्ज – स र र र घूमे रे सतरंगी।



भक्ता रो मन आज,

भक्ति में दीवानों है,
लूट लेसी भक्ति रो,
आज यो खजानों है,
सिर पर धर दियो बाईसा,
दोनो हाथ आपरा,
अ र र र नाचे हो,
बाईसा थारा टाबरां।।



बाबोसा भगवान रो,

गूंज रहयो जयकारों,
धरती गगन झूमे,
झूम रहयो यो जग सारो,
नैना तरसे बाबोसा,
कद दर्शन होवे आपरा,
अ र र र नाचे हो,
बाईसा थारा टाबरां।।



नाचकर के आज बाबोसा,

थाने में रिझावा,
बाईसा के सागे सगला,
भक्ति में खो जाँवा,
भक्तो रा दिल में “दिलबर”,
जाप चाले आपरा,
अ र र र नाचे हो,
बाईसा थारा टाबरां।।



बाबोसा री भक्ति में,

होकर के बाबरा,
अ र र र नाचे हो,
बाईसा थारा टाबरां,
नाच रहिया दे दे ताल,
गुण गावे आपरा,
अ र र र नाचे हो,
बाईसा थारा टाबरां।।

गायिका – रुचि खण्डेलवाल राजस्थान।
रचनाकार – दिलीप सिंह सिसोदिया ‘दिलबर’।
नागदा जक्शन म.प्र. 9907023365


Previous articleमन सपना के महल बनावे गीत लिरिक्स
Next articleराधा की हवेली भजन लिरिक्स
Shekhar Mourya
Bhajan Lover / Singer / Writer / Web Designer & Blogger.

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here