औघड़ दानी कहते उन्हें,
उज्जैन के वो राजा है,
भूत प्रेत क्या काल भी डरे,
ऐसी सरकार है,
बाबा महाकाल मेरे,
बाबा महाकाल है,
उज्जैन के महाकाल मेरे,
उज्जैन के महाकान है।।
तन पर भस्मी रमाए है,
और नाम गले में डाले है,
तन पर भस्मी रमाए है,
और नाम गले में डाले है,
नंदी की वो करे सवारी,
तन ओढ़े गाल है,
बाबा महाकाल मेरें,
उज्जैन के महाकाल है।।
चिंतामन चिंता को हरे,
हर काम सिद्ध माँ सिद्धि करे,
चिंतामन चिंता को हरे,
हर काम सिद्ध माँ सिद्धि करे,
अमंगल मंगल हो जाए,
बाबा महाकाल मेरें,
उज्जैन के महाकाल है।।
मेरे बाबा की क्या बात है,
ये सब भक्तो के साथ है,
मेरे बाबा की क्या बात है,
ये सब भक्तो के साथ है,
तेरी किरपा से शुभम है गाता,
सबका बेडा पार है,
बाबा महाकाल मेरें,
उज्जैन के महाकाल है।।
औघड़ दानी कहते उन्हें,
उज्जैन के वो राजा है,
भूत प्रेत क्या काल भी डरे,
ऐसी सरकार है,
बाबा महाकाल मेरे,
बाबा महाकाल है,
उज्जैन के महाकाल मेरे,
उज्जैन के महाकान है।।
गायक – शुभम तारे।