खाटू वाले पकड़ो मेरा हाथ रे,
मैं भी तेरे चरणों का हूँ दास रे,
खाटू वालें पकड़ो मेरा हाथ रे।।
जब जब कोई विपदा आई,
मैंने तुम्हें पुकारा है,
तू ही आकर बाबा हमको,
देता रहा सहारा है,
सौंपी मैने नैया तेरे हाथ रे,
खाटू वालें पकड़ो मेरा हाथ रे।।
दुर्योधन के मेवा त्यागे,
साग विदुर घर खाए है,
भीलनी के बेर सुदामा के तंदुल,
रूचि रूचि भोग लगाए है,
अपनों से तू करता सदा प्यार रे,
खाटू वालें पकड़ो मेरा हाथ रे।।
तुम हो श्याम दया के सागर,
तुमसे क्या छुपाऊं मैं,
‘अन्नू’ का तू एक सहारा,
और कहां अब जाऊं मैं,
हारे का तू देता सदा साथ रे,
खाटू वालें पकड़ो मेरा हाथ रे।।
खाटू वाले पकड़ो मेरा हाथ रे,
मैं भी तेरे चरणों का हूँ दास रे,
खाटू वालें पकड़ो मेरा हाथ रे।।
Singer – Sanjay Pareek Ji