जग में गुरु बड़ा उपकारी,
दे उपदेश बन्धन काटे,
दुविधा मेटे सारी।।
लख चौरासी का फंद छुड़ावै,
भव सागर से तारी,
कर कृपा भगवान मिलावे,
जग से लेवे उबारी,
जग मे गुरु बड़ा उपकारी।।
कु कर्मा की लार छुड़ावै,
ज्यामें बंधिया भारी,
ऐसी कृपा किदी मेरे दाता,
सहाय राखी मारी,
जग मे गुरु बड़ा उपकारी।।
सत मार्ग गुरुदेव बतावे,
दुनिया दिखे खारी,
हरि नाम तत सार बतावे,
नुगरा पच पच हारी,
जग मे गुरु बड़ा उपकारी।।
लादूदास माने सतगुरू मिलिया,
आप बड़ा भोपारी,
प्यारे लाल आपको नामी,
यही अर्ज गुजारी,
जग मे गुरु बड़ा उपकारी।।
जग में गुरु बड़ा उपकारी,
दे उपदेश बन्धन काटे,
दुविधा मेटे सारी।।
गायक – चम्पा लाल प्रजापति।
मालासेरी डूँगरी 89479-15979