काज सँवारी निज,
भक्तक हे महारानी,
जगजननी कल्याणी,
हमर दुःख मेटब कहिया,
कखन माँ हरब विपतिया,
दिअ ने दरश हे मईया,
काज सँवारी काज सँवारी।।
महिमा अहाँके मईया,
बड्ड सुखकारी,
खाली नै गेल आयल,
बनि जे भिखारी,
जे कियो किछ भी,
मंगलक देलहुँ भवानी,
जगजननी कल्याणी,
हमर दुःख मेटब कहिंया,
कखन माँ हरब विपतिया,
दिअ ने दरश हे मईया,
काज सँवारी काज सँवारी।।
निज भक्तक कल्याण करै छी,
सभकेँ एक समान बुझै छी,
हमरा बेर किया,
फ़ेरलहुँ नैना शिवानी,
जगजननी कल्याणी,
हमर दुःख मेटब कहिंया,
कखन माँ हरब विपतिया,
दिअ ने दरश हे मईया,
काज सँवारी काज सँवारी।।
हे श्यामा हे कोइलख वाली,
भरू मुकेशक झोली खाली,
सुनब नै आहाँ त,
जैब कत इंद्राणी,
जगजननी कल्याणी,
हमर दुःख मेटब कहिंया,
कखन माँ हरब विपतिया,
दिअ ने दरश हे मईया,
काज सँवारी काज सँवारी।।
काज सँवारी निज,
भक्तक हे महारानी,
जगजननी कल्याणी,
हमर दुःख मेटब कहिया,
कखन माँ हरब विपतिया,
दिअ ने दरश हे मईया,
काज सँवारी काज सँवारी।।
Singer – Mukesh Jha
9990694283