जैसा भी हूँ मैं सांवरे,
निभाना पड़ेगा,
आया हूँ दर पे मुझको भी,
अपनाना पड़ेगा।bd।
तर्ज – दुश्मन ना करे।
थक हार के संसार से,
आया हूँ द्वार पे,
आया हूँ द्वार पे,
सरकार अपनी गोद में,
बिठाना पड़ेगा,
आया हूँ दर पे मुझको भी,
अपनाना पड़ेगा।bd।
सब जान के अंजान,
बन रहे है किसलिए,
बन रहे है किसलिए,
मरहम हमारे जख्मों पे,
लगाना पड़ेगा,
आया हूँ दर पे मुझको भी,
अपनाना पड़ेगा।bd।
‘माधव’ भटक रही है,
जिंदगी की नाव रे,
जिंदगी की नाव रे,
सही रास्ते पे आपको ही,
लाना पड़ेगा,
आया हूँ दर पे मुझको भी,
अपनाना पड़ेगा।bd।
जैसा भी हूँ मैं सांवरे,
निभाना पड़ेगा,
आया हूँ दर पे मुझको भी,
अपनाना पड़ेगा।bd।
Singer – Pratima Singh