मुझे श्याम श्याम कहने दे,
ओ पापी मन ठहरो जरा।।
तर्ज – मुझे राधे राधे कहने दे।
गर्भ में प्रभु से,
जो वादा किया है,
अब तक ना मैंने,
वो पूरा किया है,
मुझे वादा निभाने दे,
ओ पापी मन ठहरो जरा,
मुझें श्याम श्याम कहने दे,
ओ पापी मन ठहरो जरा।।
जीवन नैया,
डग मग डोले,
बीच भवर में,
खाए हिचकोले,
अब तो उस पार जाने दे,
ओ पापी मन ठहरो जरा,
मुझें श्याम श्याम कहने दे,
ओ पापी मन ठहरो जरा।।
ओ पापी मन तूने,
कुछ ना दिया है,
अमृत को छोड़,
विष घोल के पिया है,
मुझे अमृत लुटाने दे,
ओ पापी मन ठहरो जरा,
मुझें श्याम श्याम कहने दे,
ओ पापी मन ठहरो जरा।।
मुझे श्याम श्याम कहने दे,
ओ पापी मन ठहरो जरा।।
Upload By – Anurag Kumar Shukla
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