सारी दुनिया से अपने,
अंदाज़ निराले है,
हम खाटू वाले है,
हम खाटू वाले हैं।।
जबसे तेरे दर पे हूँ आया,
जीवन ये महकाया,
करके तेरा दर्शन बाबा,
रोम रोम हर्षाया,
छोड़ के दुनियादारी पीते,
रस के प्याले है,
हम खाटू वाले हैं,
हम खाटू वाले हैं,
बाबा के प्यारे हैं,
हम खाटूवाले हैं,
हम खाटू वाले हैं।।
रींगस से खाटू तक बाबा,
पैदल चलके आया,
श्याम कुंड में डुबकी लगाकर,
मेरा मन हर्षाया,
बड़े ही प्यारे भजन श्याम को,
सुनाने वाले है,
हम खाटू वाले हैं,
हम खाटू वाले हैं,
बाबा के प्यारे हैं,
हम खाटूवाले हैं,
हम खाटू वाले हैं।।
हर फागुन में खाटू धाम में,
मेला भरता आया,
सारी दुनिया से तेरे,
भक्तों का रेला आया,
‘साहिल’ इस फागुन में हम भी,
गाने वाले है,
हम खाटू वाले हैं,
हम खाटू वाले हैं,
बाबा के प्यारे हैं,
हम खाटूवाले हैं,
हम खाटू वाले हैं।।
सारी दुनिया से अपने,
अंदाज़ निराले है,
हम खाटू वाले है,
हम खाटू वाले हैं।।
Singer – Sahil Sharma