जादूगर श्याम मेरा,
दिल लूट ले गया,
सोणा जेहा मुखड़ा,
मैं वेखदा ही रह गया।।
नाम दा खजाना दित्ता,
कृपा बरसा के,
जिंदगी दी डोर मेरे,
हाथ च फड़ाके,
दिल दे सिंघासन उत्ते,
आप आके बै गया,
सोणा जेहा मुखड़ा,
मैं वेखदा ही रह गया।।
जदो ओहदे नैन मेरे,
नैना विच आ गए,
सारे अपराध मेरे,
पल विच ले गए,
पापां वाला बोझ साडे,
सोणा जेहा मुखड़ा,
मैं वेखदा ही रह गया।।
चरना दे विच रहके,
सेवा मैं कमावांगी,
श्याम चरण नु अपने,
दिल विच बसावांगी,
एहयो अरमान मेरे,
दिल विच रह गया,
सोणा जेहा मुखड़ा,
मैं वेखदा ही रह गया।।
जादूगर श्याम मेरा,
दिल लूट ले गया,
सोणा जेहा मुखड़ा,
मैं वेखदा ही रह गया।।
गायक – श्री चित्र विचित्र जी महाराज।