जागरण की रात मईया,
आज तुम्हें आना है,
जागरण की रात।।
तर्ज – एक तेरा साथ।
हम सब ने मिलकर के,
दरबार सजाया है,
पधारो शेरोवाली,
तेरे दर पर आकर के,
माँ जोत जलाई है,
माँ आओ जोतावाली,
मां लाल चुनरिया से,
तेरे रूप को सजाया है,
तुम्हे भोग लगाया है,
जागरण की रात मैया,
आज तुम्हें आना है,
जागरण की रात।।
बड़े भाव से हमने,
तुमको बुलाया है,
भवानी आओ,
तेरे कदमों में मैया,
सर को झुकाया है,
भवानी आओ ना,
जगराते में आज,
मैया तेरे गुण गाना है,
अरदास लगाना है,
जागरण की रात मैया,
आज तुम्हें आना है,
जागरण की रात।।
भक्तों में छाई है,
माँ आज खुशहाली,
शरण में आपके,
मस्ती में झूमे है,
तेरे चरण चूमे है,
कृपा से आपकी,
तेरा दर्शन आज,
मैया हमको भी तो पाना है,
तुम्हे अर्जी लगाना है,
जागरण की रात मैया,
आज तुम्हें आना है,
जागरण की रात।।
जागरण की रात मईया,
आज तुम्हें आना है,
जागरण की रात।।
गायक – सचिन तिवारी।
7000391155