जेहने किशोरी मोरी,
तेहने किशोर है,
विधना लगावल जोड़ी,
केहन बेजोड़ है,
जेहने किशोरीं मोरी,
तेहने किशोर है।।
श्यामल बदन घुमड़ल,
घटा घनघोर है,
इमहर किशोरी मोरी,
पूनम की जोर है,
विधना लगावल जोड़ी,
केहन बेजोड़ है,
जेहने किशोरीं मोरी,
तेहने किशोर है।।
जिन काल जोगी मुनि,
कइलनी जोग है,
से मोरा पाहून श्री,
राम चितचोर है,
विधना लगावल जोड़ी,
केहन बेजोड़ है,
जेहने किशोरीं मोरी,
तेहने किशोर है।।
सरसों के कली सिया,
ज्योत बेजोड़ है,
तिशी के फूल रंग,
नवल किशोर है,
विधना लगावल जोड़ी,
केहन बेजोड़ है,
जेहने किशोरीं मोरी,
तेहने किशोर है।।
जेहने किशोरी मोरी,
तेहने किशोर है,
विधना लगावल जोड़ी,
केहन बेजोड़ है,
जेहने किशोरीं मोरी,
तेहने किशोर है।।
स्वर – मैथिलि ठाकुर।