मत कर मोह तू,
हरि भजन को मान रे तू,
हरि भजन को मान रे।।
देखे – हरि नाम नहीं तो जीना क्या।
नयन दिए दर्शन करने को,
श्रवण दिए सुन ज्ञान रे,
हरि भजन को मान रे तू,
हरि भजन को मान रे।।
वदन दिया हरि गुण गाने को,
हाथ दिए कर दान रे,
हरि भजन को मान रे तू,
हरि भजन को मान रे।।
कहत कबीर सुनो भाई साधो,
कंचन निपजत खान रे,
हरि भजन को मान रे तू,
हरि भजन को मान रे।।
मत कर मोह तू,
हरि भजन को मान रे तू,
हरि भजन को मान रे।।
Singer – Vyas Ji Maurya