बाजे रे बाजे रे डंका,
लखदातार का।
दोहा – फूलन की चौकी लागि,
फूलन के गुच्छ सोहे,
फूलन की माला,
बिच में कतार है,
फूलन से सज रह्यो,
आज ये दरबार आली,
फूलन की हो रही,
आज ये बहार है।
फूलन के बिच रथ,
चाँद को बिराज रह्यो,
जा की छवि बरनी ना जाए,
अपरम्पार है,
चंदा के रथ पर,
चंदा सो प्यारो मेरो,
साज रह्यो सजनी,
लखदातार है।
बाजे रे बाजे रे डंका,
लखदातार का,
लखदातार का,
मेरी सरकार का,
बाजें रे बाजें रे डंका,
लखदातार का।bd।
चलो रे चलो भैया,
खाटू नगरीया,
वहां बैठ्यो है,
मेरो सांवरिया,
कर रह्यो ध्यान,
तेरे परिवार का,
बाजें रे बाजें रे डंका,
लखदातार का।bd।
भाव को भूखो,
मेरो सांवरिया,
सब पर करे,
करुणा की नजरिया,
पाया नहीं पार उस,
पालनहार का,
बाजें रे बाजें रे डंका,
लखदातार का।bd।
शान से आवे,
निशान चढ़ावे,
श्याम अपने भक्तों का,
मान बढ़ावे,
कोई नहीं जोड़ उस,
करुणा अवतार का,
बाजें रे बाजें रे डंका,
लखदातार का।bd।
पग पग पे ‘बावरी’ को,
तेरा ही सहारा,
हमें डर क्या है जब,
तू है हमारा,
बरस रहा मेघ देखो,
बाबा के प्यार का,
Bhajan Diary Lyrics,
बाजें रे बाजें रे डंका,
लखदातार का।bd।
बाजें रे बाजें रे डंका,
लखदातार का,
लखदातार का,
मेरी सरकार का,
बाजें रे बाजें रे डंका,
लखदातार का।bd।
स्वर – सुरभि चतुर्वेदी।