मैं हूँ तुम्हारा तुम हो हमारे,
तुम सा ना प्यारा कोई,
तुम सा ना प्यारा कोई,
है श्याम प्यारे,
मैं हूं तुम्हारा तुम हो हमारे।।
तुम हो समुंदर मैं बूँद तेरी,
तुझसे अलग क्या है पहचान मेरी,
तुम हो समुंदर मैं बूंद तेरी,
तुझसे अलग क्या है पहचान मेरी,
जो कुछ भी पाया मैंने,
तुम से मिला रे,
मैं हूं तुम्हारा तुम हो हमारे।।
बड़ा ध्यान रखते हो दर पे बुला के,
जब मैं बुलाऊं तुम भी रुक नहीं पाते,
बड़ा ध्यान रखते हो दर पे बुला के,
जब मैं बुलाऊं तुम भी रुक नहीं पाते,
तुम ही हो साथी मेरे,
तुम ही हो सहारे,
मैं हूं तुम्हारा तुम हो हमारे।।
चरणों में विनती है मुझको निभाना,
दीनदयालु मुझको भूल ना जाना,
चरणों में विनती है मुझको निभाना,
दीनदयालु मुझको भूल ना जाना,
रात दिवस ‘बिन्नू’,
यही तो पुकारे,
मैं हूं तुम्हारा तुम हो हमारे।।
मैं हूँ तुम्हारा तुम हो हमारे,
तुम सा ना प्यारा कोई,
तुम सा ना प्यारा कोई,
है श्याम प्यारे,
मैं हूं तुम्हारा तुम हो हमारे।।
स्वर – संजय मित्तल जी।