मेरी भी अरज सुनलो बनवारी भजन लिरिक्स

मेरी भी अरज सुनलो बनवारी,
दर तेरे आई एक दुखियारी,
मेरी भी अरज सुन लो बनवारी।।



आस लगाए तेरे दर पे हूँ आई,

मेरी सुध लेने आओ कृष्ण कन्हाई,
देर क्यों लगाईं प्रभु तुम मेरी बारी,
मेरी भी अरज सुन लो बनवारी।।



तुमने ना प्रभु कुछ अंतर कीना,

जिसने जो माँगा तुमने वही दे दीना,
तुम हो जगत के पालनहारी,
मेरी भी अरज सुन लो बनवारी।।



तुम ही हो प्रभु भाग्य विधाता,

तुमसा नहीं है प्रभु कोई जग दाता,
चरणों में तेरे जाए बलिहारी,
मेरी भी अरज सुन लो बनवारी।।



मेरी भी अरज सुनलो बनवारी,

दर तेरे आई एक दुखियारी,
मेरी भी अरज सुन लो बनवारी।।

Singer – Mukesh Kumar


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Shekhar Mourya
Bhajan Lover / Singer / Writer / Web Designer & Blogger.

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