नौ दिन मैया आएगी,
घर घर में बस जाएगी,
बिगड़ी खूब बनाएगी,
अपने दिल को जरा थाम लो,
शेरावाली का तुम नाम लो,
नव दिन प्यार लुटायेगी,
सबका साथ निभाएगी,
बिगड़ी खूब बनाएगी,
अपने दिल को जरा थाम लो,
शेरावाली का तुम नाम लो।।
तर्ज – भीड़ में तन्हाई में।
आएगी माँ घर पे जो तेरे,
फूलो से अंगना सजा देना,
भक्ति भाव की मन में बावरे,
माँ की ज्योति जला लेना,
ज्योति में माँ आएगी,
घर की हर एक पीड़ा को,
पल में वो हर जायेगी,
अपने दिल को जरा थाम लो,
शेरावाली का तुम नाम लो।।
उजले कलश भर गंगाजल,
चरणों को माँ के धुला लेना,
धूप दीप संग चन्दन तिलक,
आसन पे भोग सजा देना,
मैया खुश हो जाएगी,
तेरे घर की बगिया को,
फिर रोशन कर जाएगी,
अपने दिल को जरा थाम लो,
शेरावाली का तुम नाम लो।।
नौ दिन मैया आएगी,
घर घर में बस जाएगी,
बिगड़ी खूब बनाएगी,
अपने दिल को जरा थाम लो,
शेरावाली का तुम नाम लो,
नव दिन प्यार लुटायेगी,
सबका साथ निभाएगी,
बिगड़ी खूब बनाएगी,
अपने दिल को जरा थाम लो,
शेरावाली का तुम नाम लो।।
गायक – मुकेश कुमार मीणा।