ओ राही रुक जाना जहाँ चितचोर बसे उस राह पे मत जाना

ओ राही रुक जाना,
जहाँ चितचोर बसे,
उस राह पे मत जाना।bd।

तर्ज – ये मेरी अर्जी है।



मोहन बड़ा छलिया है,

मोहन बड़ा छलिया है,
सर पे मोर मुकुट,
हाथों में मुरलिया है,
ओ राहीं रुक जाना,
जहाँ चितचोर बसे,
उस राह पे मत जाना।bd।



तेरा धन नहीं लूटेगा,

तेरा धन नहीं लूटेगा,
तिरछी नजरिया से,
तेरे मन को लूटेगा,
ओ राहीं रुक जाना,
जहाँ चितचोर बसे,
उस राह पे मत जाना।bd।



सुन ले पछताएगा,

सुन ले पछताएगा,
उसके पास गया,
फिर लौट ना आएगा,
ओ राहीं रुक जाना,
जहाँ चितचोर बसे,
उस राह पे मत जाना।bd।



वो मुरली बजाएगा,

वो मुरली बजाएगा,
मीठी मीठी तानों से,
तेरे चित को चुराएगा,
ओ राहीं रुक जाना,
जहाँ चितचोर बसे,
उस राह पे मत जाना।bd।



ओ राही रुक जाना,

जहाँ चितचोर बसे,
उस राह पे मत जाना।bd।

Singer – Karuna Chauhan


Previous articleमेरे खाटू वाले बाबा के दरबार में भक्त जो आते है लिरिक्स
Next articleआज म्हारे आंगणिया में सतगुरु आया जी लिरिक्स
Shekhar Mourya
Bhajan Lover / Singer / Writer / Web Designer & Blogger.

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here