बाबो जाणे रे भाया बाबो जाणे,
बाबो जाने रे भाया बाबो जाने,
तू तो थारो थारो धर्म निभाई रे,
भाई आगे बाबो जाणे।।
इसी तर्ज पे – और भजले रे भाया।
रामजी रे नाम री कमाई कर ले,
राम जी रे नाम री कमाई कर ले,
तू तो सगळा सु,
तू तो सगळा सु प्रेम निभाई रे,
भाई आगे बाबो जाणे।।
हक री हजार लीजे राजी रे खुसी,
हक री हजार लीजे राजी रे खुसी,
बिना हक री रे,
बिना हक री रे हाथ ना लगाई रे,
भाई आगे बाबो जाणे।।
सुख चावे मन में तो सुख देणो सिखले,
सुख चावे मन मे तो सुख देणो सिख ले,
दुख देसी थाने,
दुख देसी थाने आस पराई रे,
भाई आगे बाबो जाणे।।
बाबो जाणे रे भाया बाबो जाणे,
बाबो जाने रे भाया बाबो जाने,
तू तो थारो थारो धर्म निभाई रे,
भाई आगे बाबो जाणे।।
गायक – कानपुरी जी सच्चिदानंद जी राजूराम जी।
प्रेषक – विष्णु लटियाल।
9928412891