सब कि लंघाते हो,
मेरी भी लंघा दो ना,
मेरी बीच भंवर कश्ती,
उसे पार लगा दो ना,
सांवरे रखले मुझे सांवरे,
साँवरे रखले मुझे साँवरे।।
तर्ज – मिलना हमें तुमसे।
कष्टो में घिरा बाबा,
तेरा दास पुराना है,
क्यों रूठ के बैठा श्याम,
तुमको ही तो आना है,
क्यों देर लगाते हो,
जल्दी तुम आओ ना,
दुनिया पर संकट है,
तुम श्याम बचाओ ना,
साँवरे रखले मुझे साँवरे,
साँवरे रखले मुझे साँवरे।।
जब कष्ट पडे भारी,
तेरी याद ही आती,
जब याद जो आती है,
विपदा मिट जाती है,
इस मानव खिलौने को,
तू ही तो बनाता है,
मानव को बनाकर श्याम,
तू खेल दिखाता है,
साँवरे रखले मुझे साँवरे,
साँवरे रखले मुझे साँवरे।।
अब हार गया हूँ श्याम,
तुम दर्श दिखाओ ना,
बंसल और खन्ना को,
धीरज तो बंधाओ ना,
चौखट पे पड़ा तेरी,
तुम श्याम उठाओ ना,
मुझको उठाकर श्याम
तुम गले लगाओ ना,
साँवरे रखले मुझे साँवरे,
साँवरे रखले मुझे साँवरे।।
सब कि लंघाते हो,
मेरी भी लंघा दो ना,
मेरी बीच भंवर कश्ती,
उसे पार लगा दो ना,
सांवरे रखले मुझे सांवरे,
साँवरे रखले मुझे साँवरे।।
Singer – Ravi Khanna
Writer / Upload By – Chanchal Aggarwal