जनम गवाया तूने,
यूँ ही बेकार रे,
प्रीत ना लगाई तूने,
कृष्ण मुरार से,
प्रीत ना लगाई तुने,
मदन मुरार से।।
सुंदर सी काया तेरी,
जिसने बनाई,
उसी हरि की तूने,
याद भुलाई,
जीवन गवाया तूने,
यूँ ही बेकार रे,
प्रीत ना लगाई तुने,
मदन मुरार से।।
आया है अकेला,
जाएगा अकेला,
दो दिन की दुनियादारी,
दो दिन का मेला,
साथ ना देगा तेरा,
कोई रिश्तेदार रे,
प्रीत ना लगाई तुने,
मदन मुरार से।।
हीरा सा जीवन अपना,
सफल बनाए जा,
मुख से तू प्यारे अपने,
राधे-राधे गाए जा,
राधे करेंगी नैय्या,
तेरी भवसे पार रे,
प्रीत ना लगाई तुने,
मदन मुरार से।।
जनम गवाया तूने,
यूँ ही बेकार रे,
प्रीत ना लगाई तूने,
कृष्ण मुरार से,
प्रीत ना लगाई तुने,
मदन मुरार से।।
गायक – नीलेश तिवारी।
प्रेषक – सुरेश धाकड़।
9753145644