जमला में आवे जब जाणा रे,
सुगना का रे बिरा,
जमला आओ जद जाणा रे।।
पहलो पहलो पर्चो माता,
मेणादे ने दीनो,
उपणता दूध थमाया रे,
अजमल जी रा कवरा,
जमाला में आवे जब जाणा र।।
ओ दूजो दुजों पर्चो,
पिता अजमल जी ने दिनों,
कंकू रा पगल्या मंडाया हो,
बाबा रामदेव,
अजमल जी रा कंवरा,
जमला में आओ जब जाणा र।।
ओ तिजो तिजो परचो,
उण दर्जिडा ने दिनों,
कपड़े का घोड़ेला उड़ाया हो,
बाबा रामदेव,
सुगना का रे बीरा,
जमला में आओ जब जाणा र।।
चोथो चोथो परचो बाण्या,
भोई का ने दिनों,
समदर जहाज तराई हो,
बाबा रामदेव,
सुगना का रे बीरा,
जमला में आओ जब जाणा र।।
पाचवो परचो तो लखि,
बिंजारा ने दिनों,
मिश्री रा लूण बनाया हो,
बाबा रामदेव,
सुगना का रे बीरा,
जमला में आओ जब जाणा र।।
छटो छटो परचो पांचों,
पिरा ने दिनों,
मक्का से कटोरा,
मंगाया हो बाबा रामदेव,
सुगना का रे बीरा,
जमला में आओ जब जाणा र।।
जमला में आवे जब जाणा रे,
सुगना का रे बिरा,
जमला आओ जद जाणा रे।।
प्रेषक – दिलीप प्रजापति।
9079764974
Nice