बरसाने वाली की,
रहमत ना होती,
जिंदगी क्या होती,
कुछ भी ना होती।।
तर्ज – हमें और जीने की।
राधे तेरे नाम का,
सहारा ना मिलता,
भंवर में ही रहते,
किनारा ना मिलता,
किनारे पे भी तो,
लहर आ डुबोती,
जिंदगी क्या होती,
कुछ भी ना होती।।
कहूंगा ना दुखड़ा,
अब मैं किसी से,
कहूं क्यों फ़साना,
अब मैं किसी से,
तेरी गर ना नज़रे,
निगहबान होती,
जिंदगी क्या होती,
कुछ भी ना होती।।
नज़रों में तुम हो,
नज़ारों में तुम हो,
जमीं आसमां में,
सितारों में तुम हो,
तुम जो ना दिल की,
तारों में होती,
Bhajan Diary Lyrics,
जिंदगी क्या होती,
कुछ भी ना होती।।
बरसाने वाली की,
रहमत ना होती,
जिंदगी क्या होती,
कुछ भी ना होती।।
Singer – Shri Deshmukh Vashisth