जो भी खाटू आएगा,
किरपा बरसेगी श्याम की,
फिर दिल भी तेरे नाम का प्यारे,
जान भी तेरे नाम की।।
यार सुदामा चल कर के,
वो द्वार श्याम के आया,
छोड़ सिंघासन दौड़े कान्हा,
झट से गले लगाया,
मार के फक्की चावल की,
खुशियां दे दी जहान की,
फिर दिल भी तेरे नाम का प्यारे,
जान भी तेरे नाम की।।
मीरा ने भी तेरे नाम का,
पहन लिया था चोला,
राणा की राजधानी भूली,
प्रेम तेरा ना भुला,
जहर का प्याला पी गई मीरा,
सुरत देखी श्याम की,
फिर दिल भी तेरे नाम का प्यारे,
जान भी तेरे नाम की।।
दुनिया में इक सेठ था नरसी,
जूनागढ़ वाला,
धन दौलत सब बांट के माना,
बेटा मुरली वाला,
ऐसा भात भरा नानी का,
जनता आई कई गाम की,
फिर दिल भी तेरे नाम का प्यारे,
जान भी तेरे नाम की।।
खाटू में अवतार लिया है,
वो हारे के सहारे,
दुख तकलीफ रहे ना घर में,
करदे वारे न्यारे,
‘धरम’ श्याम का नाम जपे जा,
बात बताऊं काम की,
फिर दिल भी तेरे नाम का प्यारे,
जान भी तेरे नाम की।।
जो भी खाटू आएगा,
किरपा बरसेगी श्याम की,
फिर दिल भी तेरे नाम का प्यारे,
जान भी तेरे नाम की।।
Singer / Writer – Dharm Sinhmar
Upload – Ashish Sinhmar
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