भरी उनकी आँखों में,
है कितनी करुणा,
जाकर सुदामा भिखारी से पूछो,
है करामात क्या,
उनके चरणों की रज में,
जाकर के गौतम की नारी से पूछो।।
कृपा कितनी करते है,
शरणागतों पे,
बता सकते है यदि,
मिलेंगे विभीषण,
पतितों को पावन,
वो कैसे बनाते,
जटायु सरिस,
मनसाहारी से पूछो,
है करामात क्या,
उनके चरणों की रज में,
जाकर के गौतम की नारी से पूछो।।
प्रभु कैसे सुनते है,
दुखियों की आहें,
तुम्हें ज्ञात हो राजा,
बलि की कहानी,
निराधार का कौन,
आधार है जग में,
ये प्रश्न द्रुपद दुलारी से पूछो,
है करामात क्या,
उनके चरणों की रज में,
जाकर के गौतम की नारी से पूछो।।
क्षमाशीलता उनमे,
कितनी भरी है
बताएगे भृगुजी,
वो सब जानते है,
हृदय उनका भावों का,
है कितना भूखा,
विदुर शबरी से,
बारी बारी से पूछो,
है करामात क्या,
उनके चरणों की रज में,
जाकर के गौतम की नारी से पूछो।।
भरी उनकी आँखों में,
है कितनी करुणा,
जाकर सुदामा भिखारी से पूछो,
है करामात क्या,
उनके चरणों की रज में,
जाकर के गौतम की नारी से पूछो।।
Singer – Maithili Thakur
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