जब से लिया हम ने तेरा नाम है,
जिनसे मिली हम को पहचान है,
कोई और नही वो यही,
खाटू वाला श्याम है,
जब से लिया हम ने तेरा नाम हैं,
जिनसे मिली हम को पहचान है।।
तर्ज – आवाज दो हमको।
खाटू में आ कर के हम खो गए,
तेरी गोद में बाबा हम सो गए,
ऐ सांवरे हम तेरे तुम हमारे हो गए,
जब से लिया हम ने तेरा नाम हैं,
जिनसे मिली हम को पहचान है।।
जो भी मुसीबत से परेशान है,
आकर यहाँ पाता मुस्कान है,
जग में सभी कृपा तेरी देखकर हैरान है,
जब से लिया हम ने तेरा नाम हैं,
जिनसे मिली हम को पहचान है।।
बाबा तेरे दर पे जाना हमें,
बाबुल के जैसा प्यार पाना हमें,
कहता ‘किशन’ ये जीवन साथ निभाना है हमें,
जब से लिया हम ने तेरा नाम हैं,
जिनसे मिली हम को पहचान है।।
जब से लिया हम ने तेरा नाम है,
जिनसे मिली हम को पहचान है,
कोई और नही वो यही,
खाटू वाला श्याम है,
जब से लिया हम ने तेरा नाम हैं,
जिनसे मिली हम को पहचान है।।
स्वर – मिनी प्रीतम।
प्रेषक – परितोष मिनी।