चालो जी चालो चालोनी भाईडा रे,
चालो चालो पदम नाथ जी रे धाम,
लेलो जी लेलो लेलोनी भाईडा रे,
लेलो लेलो ठाकुर जी रो नाम।।
पदम् नाथ ने है बलिहारी,
गोमती है स्वयं पधारी,
बोलो में जय जयकार भाईडा रे,
चालो चालों पदम नाथ जी रे धाम।।
दशम रे दिन जो कोई आवे,
बाबो सबरा कष्ट मिटावे,
ओर भर देवे भण्डार भाईडा रे,
चालो चालों पदम नाथ जी रे धाम।।
पलासमा में आप विराजो,
ढोल नगाड़ा नोपत बाजे,
थारी हो रही जय जयकार भाईडा रे,
चालो चालों पदम नाथ जी रे धाम।।
पदम् नाथ री महिमा भारी,
दर्शन ने आवे नर नारी,
जुलनी रो मैलो है अपार भाईडा रे,
चालो चालों पदम नाथ जी रे धाम।।
दुर-दुर सु आवे यात्री,
फुला सु न्याय दिलावे,
कलयुग रा अवतार भाईडा रे,
चालो चालों पदम नाथ जी रे धाम।।
सुरज सामी धाम कहावे,
बनास नदी चरण बहावे,
सामी सामी जरगाजी रोधाम भाईडा रे,
चालो चालों पदम नाथ जी रे धाम।।
मोईनुद्दीन जी भजन वणायो,
दास प्रकाश जुगत सु गावे,
गावे गावे महिमा आज भाईडा रे,
चालो चालों पदम नाथ जी रे धाम।।
चालो जी चालो चालोनी भाईडा रे,
चालो चालो पदम नाथ जी रे धाम,
लेलो जी लेलो लेलोनी भाईडा रे,
लेलो लेलो ठाकुर जी रो नाम।।
स्वर – प्रकाश प्रजापति।
9898870198
लेखक – मोईनुदिन मनचला।
प्रेषक – प्रेम शंकर 9558171459