बाबा तेरी याद आती है बड़ी,
आती है बड़ी रुलाती है,
सारी सारी रात जगाती है यही,
आती है जब याद सताती है बड़ी,
दर्शन दे दो ना दर्शन दे दो ना,
दर्शन दे दो ना दर्शन दे दो ना।।
तर्ज – दिल तो पागल है।
मस्ती में लगते थे जब जयकारे,
मंदिर में इत्तर की वो बौछारे,
दर्शन को आते थे प्रेमी सारे,
ग्यारस पे आनंद लेते थे सारे,
दर्शन दे दो ना दर्शन दे दो ना,
दर्शन दे दो ना दर्शन दे दो ना।।
खाटू की गलियों में जो आते थे,
तेरे दीवाने हो जाते थे,
लौट के घर तो चले आते थे,
दिल अपना खाटू छोड़ आते थे,
दर्शन दे दो ना दर्शन दे दो ना,
दर्शन दे दो ना दर्शन दे दो ना।।
सोचा ना था ये दिन भी आएंगे,
दर्शन ना तेरे हम कर पायेंगे,
ग्यारस को भी खाटू सूना होगा,
इतना सबर बाबा कैसे होगा,
दर्शन दे दो ना दर्शन दे दो ना,
दर्शन दे दो ना दर्शन दे दो ना।।
बाबा तेरी याद आती है बड़ी,
आती है बड़ी, रुलाती है,
सारी सारी रात जगाती है यही,
आती है जब याद सताती है बड़ी,
दर्शन दे दो ना दर्शन दे दो ना,
दर्शन दे दो ना दर्शन दे दो ना।।
गायक – कन्हैया मित्तल जी।