दही खालो मटकिया ने फोड़ो,
दही खालो मटकिया ने फोडो।।
मैं बाबुल की भारी लाडली,
मै बाबुल की भारी लाडली,
मोरे नैनो से नैना ने जोडो,
दही खालो मटकिया ने फोडो।।
झीठा झपटी काहे करत हो,
झीठा झपटी काहे करत हो,
मोरी बाहिया पकड़ ने झन्ग झोरो,
दही खालो मटकिया ने फोडो।।
बिगड़ी चाले तुम्हारी मनमोहन,
बिगड़ी चाले तम्हारी मनमोहन,
मोरो हार गले को ने तोडो,
दही खालो मटकिया ने फोडो।।
पार्थ राघव वडे है दयालु,
पार्थ राघव वडे है दयालु,
कन्हैया के चरणो मै चित जोडो,
दही खालो मटकिया ने फोडो।।
दही खालो मटकिया ने फोड़ो,
दही खालो मटकिया ने फोडो।।
गायक / प्रेषक – नीलेश कुमार राज़़।
9691983029