मैं हूँ तेरी बेटी मैया,
हर पल गले लगाती हो,
तुमसे मिला ये जीवन मुझको,
ना उपकार जताती हो,
मैं हूं तेरी बेटी मईया,
हर पल गले लगाती हो।।
तर्ज – मैं हूँ तेरा नौकर बाबा।
कोख में बेटी सुनके दुनिया,
वाले आंख दिखाते हैं,
रिश्ते नाते सारे मिलके,
तुझको बहुत सताते है,
अपने आंचल की छाया कर,
हर सितम से बचाती हो,
मैं हूं तेरी बेटी मईया,
हर पल गले लगाती हो।।
ममतामयी मां तू ही जाने,
कैसे तूने पाला है,
मुझको खिलाया खुद ना खाया,
अपने मुंह का निवाला है,
स्वाभिमान से सर को उठाके,
मुझको चलना सिखाती हो,
मैं हूं तेरी बेटी मईया,
हर पल गले लगाती हो।।
कौन है अपना कौन पराया,
तुम ही मां बतलाती हो,
दुनियादारी इस समाज की,
तुम्हीं मां सिखलाती हो,
प्रथम गुरु तुम इस जहांन की,
हर हुनर मां सिखाती हो,
मैं हूं तेरी बेटी मईया,
हर पल गले लगाती हो।।
नयन से ओझल होने पर मां,
नैनो से नीर बहाती हो,
हर दुख हर संकट में तुम ही,
हर पल साथ निभाती हो,
‘नयना’ की खुशियों के खातिर,
बेटी की खुशियों के खातिर,
धन ‘रतन’ भी लूटाती हो,
मैं हूं तेरी बेटी मईया,
हर पल गले लगाती हो।।
मैं हूँ तेरी बेटी मैया,
हर पल गले लगाती हो,
तुमसे मिला ये जीवन मुझको,
ना उपकार जताती हो,
मैं हूं तेरी बेटी मईया,
हर पल गले लगाती हो।।
गायिका – नयना किंकर।
लेखक / प्रेषक – रतन किंकर जी।
9919262226, 6386276613