घायल कर गया ओ गुरूजी म्हानें,
दोहा – सतगुरु मेरी आत्मा,
मै संतो री देह,
रोम रोम में रमरया,
गुरू ज्यु बादल बीच मेह।
घायल कर गया ओ गुरूजी,
म्हाने घायल कर गया ओ,
उलझीया ने सुलझाय प्रेम गुरू,
चेतन कर गया ओ,
उलझीया ने सुलझाय प्रेम गुरू,
चेतन मिल गया ओ।।
सतगुरु आंगन रूकडी ने,
हर कोई लेवन जाय,
सतगुरु आंगन रूकडी ने,
हर कोई लेवन जाय,
आंगन ऊपर कुण करे रे,
आंगन ऊपर कुण करे रे,
ज्यारो सर्व रोग कट जाय,
गुरूजी म्हाने घायल कर गया ओ,
गुरूजी म्हाने घायल कर गया ओ,
उलझीया ने सुलझाय प्रेम गुरू,
चेतन कर गया ओ।।
भाव रूप तो फली घणा ने,
फल लागे सोपेर,
भाव रूप तो फली घणा ने,
फल लागे सोपेर,
भरी सभा में बाट जोवे,
भरी सभा में बाट जोवे,
ज्यारो भाग सवायो होय,
गुरूजी म्हाने घायल कर गया ओ,
गुरूजी म्हाने घायल कर गया ओ,
उलझीया ने सुलझाय प्रेम गुरू,
चेतन कर गया ओ।।
अरे मन रा मोरला ने फेरले ने,
तन बीच तार लगाय,
मन रा मोरला ने फेरले ने,
तन बीच तार लगाय,
अभिमान ने दूर करले,
अभिमान दूर करले,
सर्व रोग कट जाय,
गुरूजी म्हाने घायल कर गया ओ,
गुरूजी म्हाने घायल कर गया ओ,
उलझीया ने सुलझाय प्रेम गुरू,
चेतन कर गया ओ।।
लागी लगन मगन होय बैठा,
उन मुुन ध्यान लगाय,
देवादास अमृत रा प्याला,
देवादास अमृत रा प्याला,
प्रेम दास ने जाय,
गुरूजी म्हाने घायल कर गया ओ,
गुरूजी म्हाने घायल कर गया ओ,
उलझीया ने सुलझाय प्रेम गुरू,
चेतन कर गया ओ।।
घायल कर गया ओ गुरूजी म्हानें,
घायल कर गया ओ,
उलझीया ने सुलझाय प्रेम गुरू,
चेतन कर गया ओ,
उलझीया ने सुलझाय प्रेम गुरू,
चेतन मिल गया ओ।।
गायक – प्रकाश माली जी।
प्रेषक – मनीष सीरवी।
(रायपुर जिला पाली राजस्थान)
9640557818
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