वीर बजरंगी तेरे दीवाने,
तेरे दर्शन को आये हुए है।
तर्ज – इश्क़ में हम तुम्हे क्या बताये
वीर बजरंगी तेरे दीवाने,
तेरे दर्शन को आये हुए है,
ऐसे आये है दर्शन को तेरे,
जैसे पूजन को आये हुए है,
वीर बजरंगी तेरे दिवाने,
तेरे दर्शन को आये हुए है।।
ज्ञान की ज्योति बाबा जला दो,
भक्ति का सार हमको बता दो,
पाप अधम के हटा दो ये बादल,
मुझपे बरसो से छाये हुए है,
वीर बजरंगी तेरे दिवाने,
तेरे दर्शन को आये हुए है।।
तेरे चरणों में मस्तक झुकाये,
दुःख मुसीबत टले ये बलाये,
धूल चरणों की मिल जाये बाबा,
कामना हम लगाए हुए है,
वीर बजरंगी तेरे दीवाने,
तेरे दर्शन को आये हुए है।।
लगी शक्ति लखन लाल को जब,
जाके संजीवन बूटी तुम लाये,
पूरा पर्वत उठा के तुम लाये,
लक्ष्मण को जिन्दा कराये,
वीर बजरंगी तेरे दिवाने,
तेरे दर्शन को आये हुए है।।
वीर बजरंगी तेरे दीवाने,
तेरे दर्शन को आये हुए है,
ऐसे आये है दर्शन को तेरे,
जैसे पूजन को आये हुए है,
वीर बजरंगी तेरे दिवाने,
तेरे दर्शन को आये हुए है।।