निर्बल पे दया विचारो जी,
मारा सतगुरु सुनो पुकार,
सतगुरु सुनो पुकार,
म्हारी दाता सुनो पुकार।।
गुरु कुटूम कबीलों पुरो,
दुःख देक भाग जाव दुरो,
मतलब को लोग अधुरो जी,
झूठा इनका प्यार।।
गुरु झुटी कुटुम वाली पासी,
जिसु कर प्रीत पश्चतासी,
आखिर आडो नही आव जी,
जाव बाजी हार।।
गुरु याद करू जब आवो,
मत हतनी देर लगावो,
दर्शन बिन क्यों तड़पाओ जी,
पल पल आव याद।।
स्वामी कल्याण भारती मेरा,
में दास जन्म का तेरा,
मारा काटो चोरांसी का पेरा जी,
परमानंद पुकार।।
निर्बल पे दया विचारो जी,
मारा सतगुरु सुनो पुकार,
सतगुरु सुनो पुकार,
म्हारी दाता सुनो पुकार।।
गायक – भोजराज गुर्जर।
प्रेषक – धनराज गुर्जर।
९००१८१९३९१