तेरा आसरा, मुझे तेरा आसरा,
बस तेरा आसरा, मुझे एक तेरा आसरा,
जन्मो जनम मिले,
मुझे बाबोसा तेरा प्यार,
छुटे ना हमसे कभी,
तेरा ये साँचा दरबार,
बाबोसा का मैं हूँ दीवाना,
चरणों मे उनके मेरा ठिकाना,
यही मेरे आधार,
जन्मों जनम मिले,
मुझे बाबोसा तेरा प्यार,
छुटे ना हमसे कभी,
तेरा ये साँचा दरबार।।
तर्ज – सातो जन्म में तुझे।
मेरे सर पे रहता है,
सदा ही उनका हाथ,
मेरा साया बनके चले,
बाबोसा दिन और रात,
ये सांसे भी अब मेरी,
कर्जदार है तेरी,
ओ मेरे प्यारे सरकार,
जन्मों जनम मिले,
मुझे बाबोसा तेरा प्यार,
छुटे ना हमसे कभी,
तेरा ये साँचा दरबार।।
औकात नही जितनी,
मुझको है दिया उतना,
लब्जो में बयां ना हो,
तूने प्यार दिया इतना,
दामन ना कभी छुटे,
शैलू कभी ना रूठे,
मेरे ‘दिलबर’ ओ दिलदार,
जन्मों जनम मिले,
मुझे बाबोसा तेरा प्यार,
छुटे ना हमसे कभी,
तेरा ये साँचा दरबार।।
तेरा आसरा, मुझे तेरा आसरा,
बस तेरा आसरा, मुझे एक तेरा आसरा,
जन्मो जनम मिले,
मुझे बाबोसा तेरा प्यार,
छुटे ना हमसे कभी,
तेरा ये साँचा दरबार,
बाबोसा का मैं हूँ दीवाना,
चरणों मे उनके मेरा ठिकाना,
यही मेरे आधार,
जन्मों जनम मिले,
मुझे बाबोसा तेरा प्यार,
छुटे ना हमसे कभी,
तेरा ये साँचा दरबार।।
गायक – शेलेन्द्र नीलम मालवीया।
रचनाकार – दिलीप सिंह सिसोदिया ‘दिलबर’
नागदा 9907023365