हारे का सहारा है,
मेरी आँखों का तारा है,
खाटू में बैठा श्याम,
लगे जान से प्यारा है,
हारे का सहारा है,
मेरी आँखों का तारा है।।
तर्ज – एक प्यार का नगमा।
दुःख अपने सुनाऊं मैं,
वो सुनता है सबकी,
लखदाता श्याम प्रभु,
मुझे कहने दो मन की,
दिलदार हमारा है,
भक्तों का दुलारा है,
खाटु में बैठा श्याम,
लगे जान से प्यारा है,
हारे का सहारा है,
मेरी आँखों का तारा है।।
मेरे दुःख के दिनों में श्याम,
मुझे दर पे बुलाते हो,
कहने की जरुरत क्या,
भव पार लगाते हो,
वो देख समझ लेता,
आँखों में जो धारा है,
खाटु में बैठा श्याम,
लगे जान से प्यारा है,
हारे का सहारा है,
मेरी आँखों का तारा है।।
मैंने जब भी पुकारा है,
तूने दिया सहारा है,
जीने का मतलब तो,
प्रभु श्याम हमारा है,
अब ‘चहल’ दीवाने को,
बस तेरा सहारा है,
खाटु में बैठा श्याम,
लगे जान से प्यारा है,
हारे का सहारा है,
मेरी आँखों का तारा है।।
हारें का सहारा है,
मेरी आँखों का तारा है,
खाटू में बैठा श्याम,
लगे जान से प्यारा है,
हारे का सहारा है,
मेरी आँखों का तारा है।।
Singer – Tara devi