राधा जी उड़िके रंग रा महल में सांवरिया रे म्हारा

राधा जी उड़िके रंग रा महल में,

दोहा – आँखडल्या झाईं पडी,
पंथ निहार निहार,
जीभडल्या छाला पड्या,
कृष्ण पुकार पुकार।

राधा जी उड़िके रंग रा महल में,
सांवरिया रे म्हारा गिरधारी म्हारा,
जोवे जोवे थारोडी बाट।।



आप रे कारनीये बाग लगावीया,

सांवरिया रे म्हारा,
आप रे कारनीये बाग लगावीया,
सांवरिया रे म्हारा,
घुमन रे मिस आव रे,
बनवारी म्हारा,
घुमन रे मिस आव।।



आप रे कारनीये भोजन बनावीया,

सांवरिया रे म्हारा,
आप रे कारनीये भोजन बनावीया,
सांवरिया रे म्हारा,
जीमन रे मिस आव रे,
सांवरिया रे म्हारा,
जीमन रे मिस आव।।



आप रे कारनीये होध चुनावीया,

सांवरिया रे म्हारा,
आप रे कारनीये होध चुनावीया,
सांवरिया रे म्हारा,
नावन रे मिस आव रे,
बनवारी म्हारा,
नावन रे मिस आव।।



जमुना किनारे गाया चरावती,

सांवरिया रे म्हारा,
जमुना किनारे गाया चरावती,
सांवरिया रे म्हारा,
मुरली री राग सुनाव रे,
सांवरिया रे म्हारा,
मुरली री राग सुनाव।।



चन्द्र सखी री विनती,

सांवरिया रे म्हारा,
चन्द्र सखी री विनती,
सांवरिया रे म्हारा,
भवजल पार उतारदो,
सांवरिया रे म्हारा,
भवजल पार उतारदो।।



राधा जी उडीके रंग रा महल में,

सांवरिया रे म्हारा गिरधारी म्हारा,
जोवे जोवे थारोडी बाट।।

गायक – प्रकाश माली जी।
प्रेषक – मनीष सीरवी
9640557818


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Shekhar Mourya
Bhajan Lover / Singer / Writer / Web Designer & Blogger.

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