मैया मोरे अंगना दरश दिखा,
श्लोक – युग बीते कई जनम लिए माँ, मिला ना तेरा प्यार,
पल पल तेरी बाट निहारु, दे दर्शन एक बार।।
मैया मोरे अंगना दरश दिखा,
मोहे मईया मोरे अंगना दरश दिखा।।
राहो में तेरी मैं पलके बिछाऊँ,
लाटावाली तेरे मैं वारी वारी जाऊँ,
आजा भवानी मैया मैं तुझको बुलाऊँ,
मईया मोरे अंगना दरश दिखा,
मोहे मईया मोरे अंगना दरश दिखा।।
जन्म जनम से आस लगी है,
तेरे दरश की प्यास लगी है,
आशा हो में निराश लगी है,
मईया मोरे अंगना दरश दिखा,
मोहे मईया मोरे अंगना दरश दिखा।।
आजा करके शेर सवारी,
दिखला दो सुरतिया प्यारी,
अब तो सुनले विनती हमारी,
मईया मोरे अंगना दरश दिखा,
मोहे मईया मोरे अंगना दरश दिखा।।
ये मेरे दो चंचल नैना,
दर्शन बिन पाए ना चैना,
ना माने ये मेरा कहना,
मैया मोरे अंगना दरश दिखा,
मोहे मईया मोरे अंगना दरश दिखा।।
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