बिलाड़ा में ढोल बाजे,
अम्बापुर अवतारी थे तो,
बिलाड़ा मे आयी माँ,
अरे सिरवीयो री कुलदेवी,
केसर री ज्योत जलाई माँ,
डायलाणा नारलाई भैसाणा,
धाम प्यारो लागे,
बांध घुगरा पगा मे लोग नाचे,
के बिलाड़ा मे ढोल बाजे।।
ए मारवाड बलिहारी मैया,
दुनिया सारी ध्यावे रे,
ओ कलयुग मे आई माँ,
थारी बैल बधावे रे,
ए बीज चांदनी मन भावनी,
माघ महिना आतो प्यारी लागे ए,
बांध घुगरा पगा मे लोग नाचे,
के बिलाड़ा मे ढोल बाजे।।
अरे आईजी री सेवा,
राठौड़ कुल पाई रे,
गौ रक्षा की बाता माता,
आईजी बताई रे,
आई माता सुहानो रूप थारो लागे ए,
बांध घुगरा पगा मे लोग नाचे,
के बिलाड़ा मे ढोल बाजे।।
ए लखन चौधरी आईजी रा,
भजन बनावे रे ए,
लखन चौधरी आईजी रा,
भजन बनावे रे,
अरे भजना ने तो अजमेरो तो,
झूम झूम कर गावे रे,
ओ मैया आजो रूप दिखलाजो,
नर नारी थाने निवन करे,
बांध घुगरा पगा मे लोग नाचे,
के बिलाड़ा मे ढोल बाजे।।
अम्बापुर अवतारी थे तो,
बिलाड़ा मे आयी माँ,
अरे सिरवीयो री कुलदेवी,
केसर री ज्योत जलाई माँ,
डायलाणा नारलाई भैसाणा,
धाम प्यारो लागे,
बांध घुगरा पगा मे लोग नाचे,
के बिलाड़ा में ढोल बाजे,
के बिलाड़ा मे ढोल बाजे।।
गायक – गजेंद्र अजमेरा जी।
प्रेषक – मनीष सीरवी
9640557818