सुचिता से भर दो,
हमें शुद्ध कर दो,
नीत ज्ञान देकर हमें बुद्ध कर दो।।
आशीष से हम हुए प्राण पूरित,
सर्वस्व माता के चरणों में अर्पित,
गुरुवर हमारे हमें आज वर दो,
नीत ज्ञान देकर हमें बुद्ध कर दो।।
सविता की रश्मि से हम जाग जाएं,
श्रद्धा समर्पण के सुमन खिलाए,
ममता से अपनी हमें आज भर दो,
नीत ज्ञान देकर हमें बुद्ध कर दो।।
तुम्हें ही मैं गुरुवर सदा से निहारू,
पीपाशा तुम्हारी तुम्हीं को पुकारूँ,
किरणों से अपनी हमें शुद्ध कर दो,
नीत ज्ञान देकर हमें बुद्ध कर दो।।
हे देव हम हैं तुम्हारे दुलारे,
बंधु सखा तुम हो तुम ही सहारे,
हम पर जरा सी दया वृष्टि कर दो,
नीत ज्ञान देकर हमें बुद्ध कर दो।।
सुचिता से भर दो,
हमें शुद्ध कर दो,
नीत ज्ञान देकर हमें बुद्ध कर दो।।
गीत रचयिता – साध्वी बहन देवअर्चना जी।
म्यूजिक डायरेक्टर – श्री चंद्रमोहन मिश्र।
सम्पर्क – 8218141345