जब कोई नहीं था हमारा,
और पास नहीं था किनारा,
जब हार गया इस जग से,
बाबा ने दिया सहारा,
सांवरे ने साथ निभाया है,
रोते को हंसाया है,
सांवरे ने साथ निभाया है,
रोते को हंसाया है।।
तर्ज – सूरज कब दूर गगन से।
बचपन से ही हमने तो,
भजनों से प्यार किया है,
विपदा कितनी आ जाए,
तेरा ही नाम लिया है,
मैंने तुमसे आस लगाई,
और तुमने की सुनवाई,
दुनिया ने हाथ छुड़ाया,
पर तुमने राह दिखाई,
सांवरे ने साथ निभाया है,
रोते को हंसाया है,
सांवरे ने साथ निभाया है,
रोते को हंसाया है।।
तूफान अगर ना आता,
मेरा श्याम नजर ना आता,
बिन संकट के आने से,
मैं तुमको समझ ना पाता,
हारे का तू ही सहारा,
दुखियों का पालनहारा,
सुख दुःख के पलो में बाबा,
बस याद रहे जयकारा,
सांवरे ने साथ निभाया है,
रोते को हंसाया है,
सांवरे ने साथ निभाया है,
रोते को हंसाया है।।
पालन पिता के जैसा करता,
माँ सा करे दुलार,
खुशियों से जिंदगानी,
तुमने भर दी दातार,
‘कोमल’ का यही है कहना,
पल पल तू संग में रहना,
अब तक है साथ निभाया,
आगे भी निभाते रहना,
सांवरे ने साथ निभाया है,
रोते को हंसाया है,
सांवरे ने साथ निभाया है,
रोते को हंसाया है।।
जब कोई नहीं था हमारा,
और पास नहीं था किनारा,
जब हार गया इस जग से,
बाबा ने दिया सहारा,
सांवरे ने साथ निभाया है,
रोते को हंसाया है,
सांवरे ने साथ निभाया है,
रोते को हंसाया है।।
Singer / Lyrics – Komal Chopra