कठे थारो हावरो कटे थारो पीर,
गंगा बेवे गोरवे भई,
निर्मल ज्यारो नीर,
अरे पनिहारी पानी भरे,
अरे पनिहारी पानी भरे,
अरे ओडन चीकनी चीर,
अरे माने घडो उटाता जावो,
कान्हा जल जमुना री तीर।।
कठे थारो हावरो कटे थारो पीर,
कठे थारो हावरो ने,
कटे थारो पीर,
अरे गोकुल मारो हावरो ने,
मथुरा में मारो पीर,
अरे गोकल मारो हावरो ने,
मथुरा में मारो पीर,
मै उतरती रे हाली बाला,
जल जमुना री तीर,
अरे माने घडो उटाता जावो,
कान्हा जल जमुना री तीर।।
अरे थे किया राजा री डीकरी ने,
कावन थारो नाम,
अरे राजा भान री डीकरी ने,
राधा मारो नाम,
अरे राजा भान री डीकरी ने,
राधा मारो नाम,
माने घडी घडी कोई पुचो बाला,
जल जमुना री तीर,
ओ माने घडी घडी कोई पुचो बाला,
जल जमुना री तीर।।
अरे छोका रंदावु उजला ने,
हरीया मूंगो री दाल,
अरे छोका रंदावु उजला ने,
हरीया मूंगो री दाल,
अरे दोनु हाथा सु पुरसती,
अरे दोनु हाथा सु पुरसती,
जीमो नन्द कुमार,
मनवारो कर कर हाली कान्हा,
जल जमुना री तीर।।
अरे मीरा हरी री लाडली,
है वचनो री साची,
अरे मीरा हरी री लाडली,
है वचनो री साची,
अरे सावरिया रा मुखडा आगे,
बांध घूगरा नाची,
अरे माने घडो उटाता जावो,
कान्हा जल जमुना री तीर।।
गंगा बेवे गोरवे भई,
निर्मल ज्यारो नीर,
अरे पनिहारी पानी भरे,
अरे पनिहारी पानी भरे,
अरे ओडन चीकनी चीर,
अरे माने घडो उटाता जावो,
कान्हा जल जमुना री तीर।।
गायक – संत कन्हैयालाल जी।
प्रेषक – मनीष सीरवी
9640557818