मेरी पहचान मेरा,
खाटू वाला श्याम है।
श्याम ही मेरा जीवन है,
इनपे समर्पित तन मन है,
इनके ही दम पे मेरा,
दुनिया में नाम है,
मेरी पेहचान मेरा,
खाटू वाला श्याम है।।
हम सब प्रेमी श्याम भरोसे,
अपने काम पे चलते हैं,
अपने बच्चे इस दुनिया में,
श्याम कृपा से पलते हैं,
श्याम नाम आधार है,
हमको श्याम से प्यार है,
इनके दम पे मेरा,
दुनिया में नाम है,
मेरी पेहचान मेरा,
खाटू वाला श्याम है।।
हर बाबा प्रेमी से तो,
अपना जुड़ा है नाता,
झूठे सारे रिश्ते जग के,
ये रिश्ता हमें भाता,
श्याम ही अपनी दौलत है,
इनके नाम से शोहरत है,
इनके दम पे मेरा,
दुनिया में नाम है,
मेरी पेहचान मेरा,
खाटू वाला श्याम है।।
जब जब कोई संकट हम पे,
आ कर के मडराता,
श्याम नाम हर उस प्रेमी का,
संकट दूर भगाता,
श्याम ही अपना सहारा है,
इनसे अपना गुजारा है,
इनके ही दम पे मेरा,
दुनिया में नाम है,
मेरी पेहचान मेरा,
खाटू वाला श्याम है।।
जब से ‘रोमी’ ने है सोंपी,
इनको अपनी डोर है,
श्याम प्रेमियों में बस देखो,
इसी बात का शोर है,
ये ऐसा दातार है,
सबसे करता प्यार है,
इनके दम पे मेरा,
दुनिया में नाम है,
मेरी पेहचान मेरा,
खाटू वाला श्याम है।।
श्याम ही मेरा जीवन है,
इनपे समर्पित तन मन है,
इनके ही दम पे मेरा,
दुनिया में नाम है,
मेरी पहचान मेरा,
खाटू वाला श्याम है।।
स्वर – संजय पारीक जी।
प्रेषक – पंडित रीता गौतम,
श्री श्याम सखा मण्डल खैर
9997234758