भोलेनाथ को मनाने,
हम भी आए हैं,
हम भी आए हैं रे भक्तो,
हम भी आए हैं,
हर की पैड़ी पर गोता खाने,
हम भी आए हैं।।
पहन कर हम केसरीया चोला,
शिव की नगरी चाल पड़े,
बम बम के जयकारों से हम,
शिव शम्भू का ध्यान करें,
हर की पैड़ी पर गोता खाने,
हम भी आए हैं।।
तीन लोक का स्वामी है शिव,
श्रृष्टि का रखवाला है,
नील कंठ कहलाया जब वो,
पीता विष का प्याला है,
नील कंठ के दर्शन पाने,
हम भी आए हैं।।
जब जब पाप बढ़ा धरती पर,
शिव ने करी सहाई है,
दुष्टों को है मार गिराता,
सेवक की लाज बचाई है,
भोलै शंकर को मनाने,
‘सुरेन्द्र’ हम भी आए हैं।।
भोलेनाथ को मनाने,
हम भी आए हैं,
हम भी आए हैं रे भक्तो,
हम भी आए हैं,
हर की पैड़ी पर गोता खाने,
हम भी आए हैं।।
– गायक एवं प्रेषक –
सुरेन्द्र सिंह प्रधान निठौरा
9999641853