उधो मत अइयो समझावे जाके कांटो लगे वो ही जाने लिरिक्स

उधो मत अइयो समझावे,
जाके कांटो लगे वो ही जाने,
उधो मत अइयो समझाने।।



जाय बसे हो दूर बिरज में,

भेजत हो संदेसा,
हम गोपी नित राह तकत है,
सुख गए मोरे नैना,
बैरी पीर नहीं पहचाने,
बैरी पीर नहीं पहचाने,
जाके कांटो लगे वो ही जाने,
उधो मत अइयो समझाने।।



मोर मुकुट वैजन्ती माला,

दीजो उसको जाए,
कहियो असुवन जल से यमुना,
खारी ना हो जाए,
कोई भी मत अइयो समझावे,
कोई भी मत अइयो समझावे,
जाके कांटो लगे वो ही जाने,
उधो मत अइयो समझाने।।



छोड़ गए हो नन्द दुलारे,

राधा को सांवरिया,
श्यामा श्यामा रटते रटते,
हो गई मैं बावरिया,
पथराई मैया की अखियां रे,
पथराई मैया की अखियां रे,
जाके कांटो लगे वो ही जाने,
उधो मत अइयो समझाने।।



उधो मत अइयो समझावे,

जाके कांटो लगे वो ही जाने,
उधो मत अइयो समझाने।।

Singer – Shri Krishnapriya Ji Maharaj


Previous articleगम का अँधेरा ये जल्दी ढल जाएगा भजन लिरिक्स
Next articleलाज रखो मेरे असुवन की भजन लिरिक्स
Shekhar Mourya
Bhajan Lover / Singer / Writer / Web Designer & Blogger.

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here