नीले का असवार,
मेरा रखवाला है,
जग का पालन हार,
मेरा रखवाला हैं।।
मनमोहन मनभावन प्यारा,
अपना बना लिया जग सारा,
मन का गोरा श्याम,
ये तन का काला हैं।
नीलें का असवार,
मेरा रखवाला है,
जग का पालन हार,
मेरा रखवाला हैं।।
श्याम सहारे जीवन नैया,
नैया की पतवार कन्हैया,
इस जीवन का भार,
इसी पे डाला है।
नीलें का असवार,
मेरा रखवाला है,
जग का पालन हार,
मेरा रखवाला हैं।।
प्यार करे ये प्रेम पुजारी,
अपने प्रेमी का हितकारी,
प्रेमी जन की बात,
ये निभाने वाला है।
नीलें का असवार,
मेरा रखवाला है,
जग का पालन हार,
मेरा रखवाला हैं।।
कहां तलक महिमा बतलाऊँ,
श्याम प्रभु पर बलि बलि जाऊं,
दे हारे का साथ,
ये देव निराला है।
नीलें का असवार,
मेरा रखवाला है,
जग का पालन हार,
मेरा रखवाला हैं।।
‘मातृदत’ को शरण लगाया,
‘श्याम सुंदर’ को सदा निभाया,
अंधियारे में श्याम,
करे उजियारा हैं।
नीलें का असवार,
मेरा रखवाला है,
जग का पालन हार,
मेरा रखवाला हैं।।
नीले का असवार,
मेरा रखवाला है,
जग का पालन हार,
मेरा रखवाला हैं।।
– भजन गायक एवं रचयिता –
श्यामलीन श्री श्याम सुंदर जी शर्मा।
प्रेषक – राधेश्याम जी वत्स।
9968876415