बोला श्री राम का नारा,
हनुमत बजरंगी बाला,
छोटी सी बात पे तूने,
सीने को चिर ही डाला,
करवाया राम का दर्शन,
दरबारी रह गए सब दंग,
सीता और राम जी की तू,
आँखों का तारा।।
तर्ज – जा रे जा ओ हरजाई।
चौदह वर्ष वनवास काटकर,
सीता और लखन के संग में,
प्रभु अयोध्या आए,
राज तिलक की पावन बैला,
देशी और विदेशी राजा,
सारे अयोध्या आए,
कैसी मस्ती चढ़ी,
तेरी भक्ति बड़ी,
सिंदूर रंग में तूने,
खुद को रंग डाला,
बोंला श्री राम का नारा,
हनुमत बजरंगी बाला,
छोटी सी बात पे तूने,
सीने को चिर ही डाला।।
कोई लाया हीरे मोती,
कोई सोना चांदी,
कोई रत्न आभुषण लाया,
तरह की भेटे लाए,
राजे और महाराजे सबने,
प्रभु चरणों में चढ़ाया,
लाया लंका पति,
एक माला बडी,
सीता ने उस माला को,
तुमको दे डाला,
बोंला श्री राम का नारा,
हनुमत बजरंगी बाला,
छोटी सी बात पे तूने,
सीने को चिर ही डाला।।
एक एक मनका तोड़ तोड़ के,
देख रहे बजरंगी इनमे,
राम और सीता नहीं है,
क्रोध में आया लंका पति,
बोला क्या तेरे दिल में इनकी,
क्या कोई छवि तो बसी है,
सीना फाड़ दिया,
प्रभु एक दर्श दिया,
सबने मिल करके लगाया,
तेरा जयकार,
बोंला श्री राम का नारा,
हनुमत बजरंगी बाला,
छोटी सी बात पे तूने,
सीने को चिर ही डाला।।
बोला श्री राम का नारा,
हनुमत बजरंगी बाला,
छोटी सी बात पे तूने,
सीने को चिर ही डाला,
करवाया राम का दर्शन,
दरबारी रह गए सब दंग,
सीता और राम जी की तू,
आँखों का तारा।।
Singer – Rakesh Kala